भारत क्रिकेट के नए दौर में प्रवेश कर रहा है। लगभग दो दशक में पहली बार भारतीय टीम एशिया कप में विराट कोहली और रोहित शर्मा के बिना उतरेगी। दोनों दिग्गज खिलाड़ियों ने इस टूर्नामेंट में वर्षों तक भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई है। उनकी गैरमौजूदगी इस बार के एशिया कप को खास और ऐतिहासिक बना देती है।
साथ ही, भारत की नजरें अगले साल घर पर होने वाले टी20 विश्व कप 2026 पर भी टिकी हुई हैं। ऐसे में, एशिया कप 2025 (यूएई में टी20 फॉर्मेट में) भारतीय टीम के लिए अभ्यास का सबसे अच्छा मौका है।
हालाँकि टीम में कई युवा चेहरे शामिल हैं, लेकिन स्क्वॉड में कुछ ऐसे अनुभवी खिलाड़ी भी हैं जो पहले एशिया कप जीत चुके हैं। उनके अनुभव और बड़े मैचों का दबाव झेलने की क्षमता भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होगी।
आइए जानते हैं उन 6 खिलाड़ियों के बारे में, जो भारत के एशिया कप 2025 स्क्वॉड में हैं और पहले भी यह खिताब जीत चुके हैं।
1. हार्दिक पांड्या – अनुभवी ऑलराउंडर और लीडर
हार्दिक पांड्या अब सिर्फ एक धुआंधार ऑलराउंडर नहीं, बल्कि टीम इंडिया के सबसे भरोसेमंद नेताओं में से एक बन चुके हैं। वह 2018 और 2023 एशिया कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रह चुके हैं।
2018 में हार्दिक की आक्रामक बल्लेबाजी और तेज गेंदबाज़ी ने भारत को संतुलन दिया, जबकि 2023 में उन्होंने फिनिशर की भूमिका निभाते हुए मैच जिताए। 2025 में उनसे उम्मीदें और भी बढ़ गई हैं – एक खिलाड़ी और एक मार्गदर्शक दोनों रूपों में।
उनकी खासियत यह है कि वह निचले क्रम में तेजी से रन बना सकते हैं और गेंदबाज़ी में डेथ ओवर संभाल सकते हैं। युवा खिलाड़ियों के लिए वह प्रेरणा और सहारा होंगे।
2. जसप्रीत बुमराह – भारत की गेंदबाज़ी की रीढ़
बड़े मैचों की बात हो और जसप्रीत बुमराह का नाम न आए, ऐसा हो ही नहीं सकता। दुनिया के सबसे खतरनाक डेथ बॉलर रहे बुमराह एशिया कप जीत में हमेशा अहम साबित हुए हैं।
2018 में पाकिस्तान के खिलाफ उनकी यॉर्कर गेंदें यादगार रहीं और 2023 के फाइनल में उनकी कसी हुई गेंदबाज़ी ने जीत सुनिश्चित की।
2025 में कोहली और रोहित की गैरहाज़िरी में बुमराह पर और भी जिम्मेदारी होगी। वह न सिर्फ विरोधियों में डर पैदा करते हैं, बल्कि अर्शदीप सिंह और मुकेश कुमार जैसे युवा गेंदबाज़ों के लिए मेंटर भी हैं।
3. के.एल. राहुल – टीम के भरोसेमंद एंकर
के.एल. राहुल कई वर्षों से भारतीय बल्लेबाज़ी का अहम हिस्सा रहे हैं। वह भी पहले एशिया कप खिताब जीत चुकी टीम का हिस्सा रहे हैं।
राहुल की सबसे बड़ी ताकत है उनकी बहुमुखी भूमिका – वह ओपनर, मिडल ऑर्डर बल्लेबाज़ और विकेटकीपर-बल्लेबाज़, हर भूमिका निभा चुके हैं। एशिया कप में उनके अर्धशतक पाकिस्तान और श्रीलंका जैसी टीमों के खिलाफ भारत की जीत में निर्णायक रहे हैं।
2025 में उनसे अपेक्षा होगी कि वह युवा बल्लेबाज़ों जैसे शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल को साझेदारी देकर स्थिरता प्रदान करें।
4. ऋषभ पंत – टीम का एक्स-फैक्टर
ऋषभ पंत की वापसी की कहानी पूरे क्रिकेट जगत के लिए प्रेरणा है। 2022 में हुए भयानक कार एक्सीडेंट के बाद उनका करियर लगभग खत्म माना जा रहा था, लेकिन उन्होंने शानदार वापसी की और 2023 एशिया कप विजेता टीम का हिस्सा बने।
मिडल ऑर्डर में उनकी विस्फोटक बल्लेबाज़ी भारत के लिए “गेम-चेंजर” साबित होती रही है। उनकी ताबड़तोड़ शॉट्स से मैच का रुख पलट जाता है। विकेटकीपर के तौर पर भी वह अहम भूमिका निभाते हैं।
2025 में पंत का अनुभव और आत्मविश्वास भारत की सबसे बड़ी ताकतों में से एक होगा।
5. कुलदीप यादव – स्पिन के जादूगर
एशियाई परिस्थितियों में स्पिन गेंदबाज़ी सबसे अहम होती है और भारत के पास है कुलदीप यादव जैसा चमत्कारी गेंदबाज़।
कुलदीप ने 2018 और 2023 दोनों एशिया कप जीत में महत्वपूर्ण योगदान दिया। 2018 में पाकिस्तान के खिलाफ उनकी हैट्रिक आज भी क्रिकेट प्रेमियों को याद है।
उनकी कलाई की गेंदबाज़ी बल्लेबाज़ों के लिए बड़ी चुनौती है। 2025 में वह फिर से भारत की मिडल ओवर की सबसे बड़ी उम्मीद होंगे और रवि बिश्नोई जैसे युवाओं के लिए मार्गदर्शक भी।
6. श्रेयस अय्यर – संकटमोचक बल्लेबाज़
श्रेयस अय्यर का नाम आते ही भरोसेमंद बल्लेबाज़ी की याद आती है। वह 2023 एशिया कप विजेता टीम का हिस्सा रहे, जहां उन्होंने दबाव भरे हालात में महत्वपूर्ण पारियां खेलीं।
अय्यर की खासियत है – स्पिनरों के खिलाफ स्ट्राइक रोटेट करना और तेज़ी से रन बनाना। पहले एशिया कप में भी उनकी साझेदारियाँ भारत के लिए निर्णायक रहीं।
2025 में रोहित और कोहली की गैरमौजूदगी में अय्यर की भूमिका और भी अहम हो जाती है। उनसे उम्मीद है कि वह युवा बल्लेबाज़ों को थामकर टीम को स्थिरता देंगे।
क्यों ज़रूरी है इनका अनुभव?
टूर्नामेंट जीतने के लिए केवल प्रतिभा ही नहीं, बल्कि दबाव झेलने की कला और मानसिक मजबूती भी चाहिए। इन छह खिलाड़ियों का अनुभव भारत के लिए वही संतुलन लाता है।
- नेतृत्व: हार्दिक पांड्या और के.एल. राहुल टीम को संभालते हैं।
- गेंदबाज़ी का अनुभव: बुमराह और कुलदीप मैच का रुख बदल सकते हैं।
- बल्लेबाज़ी का संतुलन: पंत का आक्रामक खेल और अय्यर की स्थिरता टीम को गहराई देती है।
- मेंटॉरशिप: ये सीनियर खिलाड़ी युवाओं को मार्गदर्शन देकर उन्हें तैयार करते हैं।
2026 विश्व कप की तैयारी का अहम पड़ाव
एशिया कप 2025 भारत के लिए केवल एक टूर्नामेंट नहीं, बल्कि 2026 टी20 विश्व कप (भारत में होने वाला) की तैयारी का मंच है।
अगर भारत यूएई में जीत हासिल करता है, तो यह टीम के आत्मविश्वास को नई ऊंचाई देगा। गिल, जायसवाल और रुतुराज गायकवाड़ जैसे युवा बल्लेबाज़ों पर रोशनी जरूर होगी, लेकिन इन छह अनुभवी खिलाड़ियों का अनुभव ही टीम की रीढ़ बनेगा।
स्पष्ट है कि भले ही कोहली-रोहित युग खत्म हो गया हो, भारत के पास अभी भी ऐसे चैंपियन खिलाड़ी हैं जो पहले भी एशिया कप जीत चुके हैं और 2025 में एक बार फिर भारत को खिताब दिलाने की काबिलियत रखते हैं।
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